
गोण्डा, 15 सितम्बर 2025।जनपद गोण्डा में हाल ही में भवन गिरने की दर्दनाक घटना के बाद आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने 108 एम्बुलेंस सेवा से जुड़े ई.एम.टी. (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) की कार्यकुशलता पर गंभीर सवाल उठाए हैं।आयुक्त ने बताया कि हादसे के दौरान ड्यूटी कर रहे कई ई.एम.टी. CPR तकनीक (Cardiopulmonary Resuscitation) में दक्ष नहीं पाए गए। इस पर गंभीर चिंता जताते हुए उन्होंने मंडल के सभी जिलाधिकारियों—गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच और श्रावस्ती को निर्देश जारी किए हैं। आदेश में कहा गया है कि तीन दिन के भीतर सभी ई.एम.टी. की शैक्षिक योग्यता, चिकित्सकीय योग्यता, पदस्थापन स्थल, तैनाती की तिथि और भर्ती का स्रोत निर्धारित प्रारूप में उपलब्ध कराया जाए।इसके साथ ही आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि न केवल ई.एम.टी. बल्कि चिकित्सा सेवा से जुड़े सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों की भी योग्यता की जांच अनिवार्य रूप से कराई जाए।
उन्होंने कहा कि मरीजों की जान बचाने के लिए नियुक्त चिकित्सा कर्मियों की दक्षता से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जा सकता। इसलिए केवल योग्य और प्रशिक्षित कर्मियों की ही सेवाओं में तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। यह कदम आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

Author: HIND LEKHNI NEWS
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