


– जरवल ब्लॉक, बहराइच से विशेष रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के जरवल ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत रेवलिया के पश्चिम पुरवा गांव में विद्युत विभाग की लापरवाही एक बार फिर लोगों के सामने आई, जब 11,000 वोल्टेज की हाई टेंशन लाइन से करंट जमीन में उतर गया, जिससे चार भैंसों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना न सिर्फ मवेशियों की जान जाने का कारण बनी, बल्कि ग्रामीणों की सुरक्षा पर भी गम्भीर सवाल खड़े कर गई है।
घटनास्थल पर दहशत, एक बड़ा हादसा टला
जानकारी के अनुसार, ग्रामीण कामता प्रसाद यादव रोज़ की तरह अपनी भैंसों को चराने के लिए खेत की ओर ले जा रहे थे। तभी अचानक उन्होंने जमीन में कुछ अजीब सा कंपन महसूस किया। सावधानी और सूझबूझ दिखाते हुए वे तत्काल वहां से तेजी से भाग निकले, जिससे उनकी जान बच गई। लेकिन उस स्थान पर पहले से मौजूद चार भैंसें करंट की चपेट में आकर मौके पर ही दम तोड़ गईं।
बरसात में हादसों का खतरा, विभाग करता है अनदेखी
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में गुजरने वाली 11,000 वोल्टेज की बिजली लाइन कई जगहों पर पेड़ों से टकराती रहती है। बार-बार शिकायतों के बावजूद विद्युत विभाग के कर्मचारी मरम्मत करने से बचते हैं या फिर खुलेआम पैसे की मांग करते हैं। बरसात के दिनों में यह स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, जब नमी के चलते करंट जमीन में फैलने लगता है।
आर्थिक नुकसान और आजीविका पर संकट
भैंसों की मृत्यु से कामता प्रसाद समेत पूरे गांव में शोक और रोष का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि भैंसें उनकी आजीविका का प्रमुख स्रोत हैं, और इस तरह अचानक उनका जाना किसानों के लिए बड़ा आर्थिक संकट बनकर आया है। चार-चार दुधारू पशुओं की मौत से परिवारों की दूध उत्पादन, बिक्री और घरेलू आवश्यकता बुरी तरह प्रभावित हुई है
प्रशासन से न्याय की गुहार
घटना के बाद कामता प्रसाद यादव ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि यदि इस मामले में विद्युत विभाग द्वारा तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो वे उत्तर प्रदेश शासन और जिला प्रशासन से सीधी शिकायत करेंगे। गांववासियों ने भी इस मुद्दे को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है
सुरक्षा मानकों पर सवाल
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि बिजली से जुड़ी सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं हो रहा?
क्या विद्युत विभाग को जान-माल की कीमत का अंदाज़ा नहीं है?
क्यों हर बार हादसे के बाद ही कार्रवाई की जाती है।
ग्रामीणों की माँग:
- 1. मृत भैंसों के लिए उचित मुआवजा दिया जाए।
- 2. दोषी विद्युत कर्मियों पर कार्रवाई की जाए।
- 3. पूरे क्षेत्र में 11,000 वोल्टेज की लाइन की तत्काल मरम्मत और जांच कराई जाए।
- 4. बरसात से पहले सभी ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा निरीक्षण अभियान चलाया जाए।
यह घटना रेवलिया ग्राम पंचायत के भकला पावर हाउस क्षेत्र की है और प्रशासन यदि समय रहते नहीं जागा, तो भविष्य में यह किसी मानव जीवन की क्षति का कारण भी बन सकती है।
यह सिर्फ चार भैंसों की मौत नहीं, यह एक पूरे तंत्र की असफलता का प्रतीक है।
