


गोंडा, 25 जून 2025।
जिले में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को टाउन हॉल में चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान ने किया। प्रदर्शनी में आपातकाल के दौरान हुए अत्याचारों और लोकतंत्र के दमन को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया।
प्रभारी मंत्री ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला था। उन्होंने कहा कि उस दौर में संविधान को ताक पर रखकर नागरिकों के अधिकारों को कुचल दिया गया। लाखों लोगों को जेल में ठूंसा गया और पत्रकारों पर सेंसरशिप थोप दी गई।
कार्यक्रम में उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे उस समय की घटनाओं को समझें और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सजग रहें। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को यह जानना जरूरी है कि आपातकाल में किस प्रकार पूरे देश को भय और दमन के वातावरण में धकेल दिया गया था।
प्रभारी मंत्री ने इसे देश के इतिहास का “काला दिवस” बताया और कहा कि हमें इससे सबक लेते हुए लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखना चाहिए।
