कर्नलगंज, गोंडा। कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र में बाईक चोरी की बढ़ती घटनाओं ने क्षेत्रवासियों की नींद उड़ा दी है। पिछले एक वर्ष में बाइक चोरी के कई मामले सामने आए हैं, लेकिन पुलिस इन घटनाओं का खुलासा करने और चोरी हुई बाइकों की बरामदगी में विफल रही है। इससे न केवल आम जनता में आक्रोश है, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, क्षेत्र में हुई अधिकांश बाइक चोरी की घटनाएं रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों के पास हुई हैं, इसके बावजूद चोरों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है। पीड़ितों का कहना है कि पुलिस ना तो समय पर मुकदमा दर्ज करती है और ना ही कार्रवाई में तत्परता दिखाती है।
पहली घटना फतेहपुर कोटहना गांव की है, जहां मनमोहन सिंह की बाइक 20 जनवरी 2025 को करनैलगंज-शाहपुर मार्ग से चोरी हो गई। वह अपनी फसल की रखवाली करने खेत गया था, लेकिन बाइक की चाबी निकालना भूल गया। लौटने पर बाइक गायब थी।
दूसरी घटना 29 जनवरी को कटरा घाट पर मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई, जहां श्रद्धालु शोभित गोस्वामी की बाइक दिनदहाड़े चोरी हो गई। तीसरी घटना 13 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन इसी घाट पर हुई, जब श्रद्धालु सुखनंदन शर्मा की बाइक चोरी हुई।
चौथी घटना कर्नलगंज रेलवे स्टेशन की है, जहां 23 अक्टूबर 2024 को टिकट एजेंट अतुल कुमार की बाइक चोरी हो गई थी। इस मामले में मुकदमा पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद दर्ज किया गया।
इन सभी मामलों में एक समानता यह रही कि पीड़ितों को मुकदमा दर्ज कराने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी और आज तक किसी भी मामले में न तो बाइक बरामद हुई और न ही चोर गिरफ्तार हो सके। क्षेत्रवासियों ने पुलिस प्रशासन से इन मामलों की गंभीरता से जांच कर बाइक बरामद करने और चोरों को पकड़ने की मांग की है।
बढ़ती चोरी की घटनाओं से क्षेत्र में दहशत का माहौल है और लोगों का पुलिस पर से भरोसा डगमगाने लगा है। अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन इन घटनाओं को लेकर कोई ठोस कदम उठाता है या फिर चोरों के हौसले और बुलंद होते रहेंगे।
