

गोंडा, 13 अक्टूबर 2025।कृषि के क्षेत्र में नवाचार और आधुनिक तकनीकों के प्रति किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से कृषि विभाग द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। इसी क्रम में सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजना के अंतर्गत जनपद गोंडा से चयनित 50 कृषकों का दल सात दिवसीय प्रशिक्षण एवं अध्ययन भ्रमण के लिए जबलपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के लिए रवाना हुआ।
भ्रमण दल को जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उप कृषि निदेशक श्री प्रेम कुमार ठाकुर सहित कृषि विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यह भ्रमण कार्यक्रम किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा। जबलपुर कृषि विश्वविद्यालय देश के प्रमुख कृषि अनुसंधान संस्थानों में से एक है, जहाँ दलहन, तिलहन और मोटे अनाज (मिलेट्स) की आधुनिक खेती से संबंधित नवीनतम तकनीकों पर कार्य हो रहा है।
उन्होंने कहा कि किसानों को इस यात्रा के दौरान विश्वविद्यालय में विकसित नवीन कृषि यंत्रों, बीज प्रजातियों, सिंचाई पद्धतियों और फसल प्रबंधन तकनीकों की जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
श्रीमती निरंजन ने किसानों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे इस भ्रमण के दौरान सीखी गई तकनीकों और विधियों को अपने खेतों में लागू करें ताकि जनपद के अन्य किसान भी उनसे प्रेरणा ले सकें। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि में आधुनिक तकनीक अपनाने से उत्पादन बढ़ाने, लागत घटाने और किसानों की आय में वृद्धि संभव है।
उप कृषि निदेशक प्रेम कुमार ठाकुर ने बताया कि यह भ्रमण दल राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत भेजा गया है, जिसका उद्देश्य किसानों को देश के विभिन्न कृषि संस्थानों में चल रहे तकनीकी नवाचारों से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ किसानों को आधुनिक खेती के व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ-साथ फसल विविधिकरण, जैविक खेती, और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के बारे में भी विस्तृत जानकारी देंगे।
भ्रमण दल में शामिल किसानों ने प्रस्थान से पूर्व उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि यह अवसर उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वे इस यात्रा से जो ज्ञान प्राप्त करेंगे, उसे अपने गांवों में अन्य किसानों तक पहुँचाएँगे ताकि समूचा क्षेत्र आधुनिक कृषि तकनीकों से लाभान्वित हो सके।
कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी ने सभी किसानों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम ही किसानों को आत्मनिर्भर और प्रगतिशील बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।

Author: HIND LEKHNI NEWS
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