
गोंडा, 08 जुलाई 2025। जनपद गोंडा में वर्षों से चल रहे गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर अब जिला प्रशासन ने बड़ा और निर्णायक कदम उठाया है। जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को न केवल नोटिस थमाया गया है, बल्कि तत्काल प्रभाव से उनका वेतन भी अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है। इतना ही नहीं, ब्लॉकवार 100 से अधिक अवैध विद्यालयों की सूची जारी करते हुए सभी संबंधित तहसीलदारों और थानाध्यक्षों को कार्रवाई के आदेश भी दे दिए गए हैं।
जिलाधिकारी कार्यालय से जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि पूर्व में गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों को बंद कराने हेतु कई बार निर्देश दिए गए, नोटिस जारी किए गए और संचालकों से शपथ पत्र भी लिए गए, लेकिन इसके बावजूद विद्यालय दोबारा चालू हो गए, जिससे छात्रों की शिक्षा और सुरक्षा दोनों पर खतरा उत्पन्न हुआ है।
जिलाधिकारी ने दिए सख्त निर्देश:
सभी अमान्य विद्यालय तत्काल सील/बंद किए जाएं।
संबंधित प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाए।
कार्रवाई की रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर जिलाधिकारी कार्यालय को भेजी जाए।
ब्लॉकवार अमान्य विद्यालयों की सूची में शामिल कुछ प्रमुख विद्यालय:
तहसील – मनकापुर / विकासखंड – छपिया:
- मोमेंटम पब्लिक स्कूल, फूलपुर
- लर्निंग पब्लिक स्कूल, कारनपुर
- डीआरवाई पब्लिक स्कूल, मेहनिया
- सिद्धार्थ एक्सीलेंस एकेडमी, गायघाट
तहसील – गोंडा सदर / विकासखंड – इटियाथोक:
- एचएल पब्लिक स्कूल, अर्जुनपुर
- बीएलसी पब्लिक स्कूल, हिन्दूनगर
- मंशाराम मेमोरियल पब्लिक स्कूल, तेलियानी
विकासखंड – पंडरी कृपाल:
- दुर्गा प्रसाद शिक्षण संस्थान, तेंदुआ
- सरस्वती ज्ञान मंदिर, विशुनपुर बैरिया
- पीआरवी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, तेलियानी
विकासखंड – मुजेहना:
- आजाद पब्लिक स्कूल, दरियापुर
- यूनिक पब्लिक स्कूल, शांतीनगर
- देवदत्त स्कूल 3.0, धानेपुर
विकासखंड – झंझरी:
- मीनाक्षी शिक्षण संस्थान, मझौवा
- गोण्डा प्ले स्कूल, सतईपुरवा
- बाबा गुरुचरणदास पब्लिक स्कूल, फिरोजपुर
विकासखंड – रूपईडीह:
- लिटिल गार्डन स्कूल, बनगाई
- लार्ड बुद्ध इंटरनेशनल स्कूल, गोपालबाग
- विद्या स्टडी प्वाइंट, असिधा
जिलाधिकारी के निर्देशों की मुख्य बातें:
- बिना मान्यता चल रहे विद्यालयों के खिलाफ सामूहिक अभियान चलेगा।
- तहसीलदार व थानाध्यक्षों को समन्वय कर प्रत्यक्ष कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया है।
जिला शिक्षा विभाग को सभी कार्रवाइयों की निगरानी और रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस बड़ी कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। वर्षों से चुपचाप संचालित हो रहे फर्जी स्कूलों पर शिकंजा कसने की दिशा में यह कदम जिले के शिक्षा तंत्र को स्वच्छ और पारदर्शी बनाने की दिशा में मील का पत्थर माना जा रहा है। अब सभी की नि
गाहें इस बात पर हैं कि कितनी तेजी और निष्पक्षता से यह कार्रवाई ज़मीन पर उतरती है।

Author: Hind Lekhni News
"पत्रकारिता में सच्चाई लिखना जिम्मेदारी और साहस का काम है। जितनी खबरें, उतनी चुनौतियां और विरोधी भी बनते हैं, इसलिए सहिष्णुता, धैर्य और संतुलित सोच के साथ ही इस रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए" "मेरा अनुभव" अधिक न्यूज पढ़ने के लिए आज ही सर्च करें,(HIND LEKHNI NEWS)