


गोंडा, 08 जुलाई 2025। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक अनुश्रवण समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जनपद में उर्वरकों की उपलब्धता, भंडारण, वितरण एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि उर्वरक वितरण की प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी होनी चाहिए तथा इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही, ओवररेटिंग या कालाबाज़ारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस दौरान जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जिले में यूरिया, डीएपी, एनपीके सहित सभी प्रमुख उर्वरकों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता है और अधिकृत विक्रेताओं को समय से आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उर्वरक दुकानों की नियमित जांच जारी है, और किसी भी अनियमितता की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
डीएम ने खाद विक्रेताओं को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि वे निर्धारित मूल्य पर ही उर्वरक विक्रय करें, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की शिकायत सीधे जिला प्रशासन तक पहुंचाएं ताकि त्वरित समाधान हो सके।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे उर्वरक वितरण की सतत निगरानी करें और किसानों को जागरूक करने के लिए सूचना एवं प्रचार अभियान भी चलाएं।
इस बैठक में उप निदेशक कृषि, जिला पूर्ति अधिकारी, कृषि रक्षा अधिकारी, सहायक निबंधक सहकारी समितियाँ सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं उर्वरक वितरक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
