


गोंडा/अयोध्या। सरयू नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिससे तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
मंगलवार सुबह 8 बजे तक मिली रिपोर्ट के अनुसार एल्गिन ब्रिज पर सरयू नदी का जलस्तर 105.270 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जो कि खतरे के निशान (D.L.) 106.070 मीटर से 0.80 मीटर नीचे है। हालांकि जलस्तर का रुझान लगातार “राइजिंग” (बढ़ते हुए) दर्ज किया जा रहा है।
अयोध्या में भी जलस्तर बढ़ रहा है। यहां सरयू का जलस्तर 90.570 मीटर दर्ज हुआ, जबकि यहां का खतरे का निशान 92.730 मीटर है। वर्तमान में जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है, परंतु प्रवृत्ति तेजी से बढ़ने की है, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
भारी जलप्रवाह: कुल डिस्चार्ज 2.67 लाख क्यूसेक से अधिक
मौजूदा समय में सरयू नदी में कुल जल प्रवाह (डिस्चार्ज) 267636 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया है। इसमें
- गिरिजा बैराज से 131478 क्यूसेक,
- शारदा बैराज से 135054 क्यूसेक,
- और सरयू बैराज से 1104 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
यह लगातार बढ़ता जलप्रवाह आने वाले दिनों में नदी का जलस्तर और भी बढ़ा सकता है। प्रशासन ने तटवर्ती गांवों में निगरानी बढ़ा दी है और बाढ़ नियंत्रण से जुड़े विभागों को सतर्क कर दिया गया है।
जल आयोग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहा और बैराजों से इसी तरह जल छोड़ा जाता रहा, तो जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच सकता है।
प्रशासन द्वारा नदी किनारे बसे गांवों में लाउडस्पीकरों से प्रचार, बचाव दलों की तैनाती, नावों की उपलब्धता, तथा बाढ़ चौकियों की सक्रियता सुनिश्चित की जा रही है।
भले ही फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो चुका है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
— Hind Lekhni News ब्यूरो रिपोर्ट
