


— संवाददाता, परसपुर (गोंडा)
विकासखंड परसपुर की ग्राम पंचायत गुरेटी की सड़कें आज बदहाली की ऐसी मिसाल बन गई हैं, जिसे देखकर किसी का भी दिल दहल जाए। बरसात ने गुरेटी से भोंका, चौरी-बटौरा होते हुए परसपुर बाजार को जोड़ने वाले मुख्य संपर्क मार्ग को पूरी तरह दलदल में तब्दील कर दिया है। इस जर्जर सड़क से गुजरना दैनिक यात्री और स्कूली बच्चों के लिए खतरे से खाली नहीं है।
बच्चे फिसलकर चोटिल हो रहे हैं, कपड़े कीचड़ में सने हैं, और परिजन हर रोज़ अपने बच्चों की सलामती के लिए दुआ कर रहे हैं। यह वही मार्ग है जो करीब 20 गांवों को परसपुर मुख्यालय से जोड़ता है, लेकिन वर्षों से इसकी मरम्मत तक नहीं हुई।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान से लेकर खंड विकास अधिकारी तक ज्ञापन दिए गए, लेकिन नतीजा सिर्फ आश्वासन ही रहा।
स्थानीय निवासी संजय सिंह, सुशील सिंह, आकाश सिंह, अजय सिंह, विशाल सिंह, विनोद सिंह, समेत दर्जनों लोगों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर आवाज़ उठाई है, लेकिन अब तक केवल खामोशी मिली है।
शिक्षारत छात्रा वैष्णवी सिंह ने इस समस्या को लेकर जिलाधिकारी गोंडा, नेहा शर्मा को प्रार्थना पत्र सौंपा था। इसके बाद 23 अप्रैल 2025 को खंड विकास अधिकारी ने मौके का निरीक्षण कर इसे अत्यंत आवश्यक कार्य बताया और रिपोर्ट भेजने की बात कही, लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बरसात शुरू होते ही हालात और बिगड़ गए हैं – सड़कें दलदल बन गई हैं, फिसलन और जलभराव आम समस्या है।
ग्रामीण पूछ रहे हैं, “जब हर गांव तक सड़क पहुँचाने की बात होती है, तो गुरेटी क्यों विकास से वंचित है? क्या हमारा नाम ही अभिशाप बन गया है?”
सरकार की घोषणाएं और जमीनी हकीकत के बीच की खाई गुरेटी गांव में साफ दिखाई देती है।
सरकारी पर्चे बोलते, गली-गली में विकास है,
गांव कीचड़ में सने, अफसर कहें सब ठीक ठाक है!
