


कौड़िया (गोंडा) थाना कौड़िया क्षेत्र के चयपुरवा निवासी कालिका प्रसाद ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन को एक प्रार्थना पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित का आरोप है कि उसकी ज़मीन पर लगे तीन गूलर और एक आम के पेड़ विपक्षियों द्वारा जबरन काट लिए गए और विरोध करने पर उसे जातिसूचक गालियाँ देते हुए जान से मारने की धमकी दी गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना दिनांक 20 अप्रैल 2025 की सुबह लगभग 9:30 बजे की है जब गुलौरे उर्फ रियासत, जर्राहक अली और शाहिद खां निवासी चयपुरवा, पीड़ित की ज़मीन में लगे पेड़ काटने लगे। जब पीड़ित कालिका प्रसाद ने इसका विरोध किया, तो विपक्षियों ने उसे दौड़ा लिया। ग्रामीण संतराम पाल व बुद्ध पाल के आने पर पीड़ित ने किसी तरह भागकर जान बचाई और 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को बुलाया।
पीड़ित के अनुसार, पुलिस मौके पर पहुंची तो विपक्षी धमकी देते हुए भाग गए। थाने पर शिकायत देने के बावजूद पहले कोई कार्यवाही नहीं हुई, और बाद में केवल भारतीय न्याय संहिता की कमजोर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया। जातिसूचक गालियाँ, मारपीट, और अनुसूचित जाति उत्पीड़न जैसी गंभीर बातों को नजरअंदाज कर दिया गया।
इतना ही नहीं, पीड़ित का आरोप है कि उसे थाने बुलाकर जबरन सुलहनामा पर अंगूठा लगवाया गया और पुलिसकर्मियों ने धमकी दी कि यदि दोबारा शिकायत की, तो उसे फर्जी मुकदमों में फंसा दिया जाएगा। पीड़ित ने मुख्यमंत्री, पुलिस अधीक्षक गोंडा तथा पुलिस महानिरीक्षक देवीपाटन मंडल को कई बार पत्र भेजे, परन्तु कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
कालिका प्रसाद ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए, दोषियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज हो और उसे व उसके परिवार को जान-माल की सुरक्षा प्रदान की जाए।
