
बहराइच, 05 जून: राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के मा. सदस्य/न्यायाधीश डॉ. अफरोज अहमद की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। उन्होंने अधिकारियों को पर्यावरण दिवस की बधाई देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण को अपना धर्म मानकर सक्रिय रूप से कार्य करना चाहिए। डॉ. अहमद ने कहा कि एक पेड़ कटने पर दस पौधे लगाना हमारा कर्तव्य है और अधिकारियों को क्षेत्र में जाकर कार्य करने का सुझाव दिया।
उन्होंने जिलाधिकारी मोनिका रानी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जनपद के सभी विकासखंड भूगर्भीय जल स्तर के लिहाज से सुरक्षित हैं, परंतु जल स्रोतों को प्रदूषण से बचाना हमारा नैतिक दायित्व है। भूगर्भीय जल संरक्षण के लिए नियमों का कड़ाई से पालन जरूरी है और रिचार्ज सिस्टम को बढ़ावा देना होगा।
बैठक में डॉ. अफरोज ने गैर कानूनी खनन, डिस्टीलरी से उत्सर्जित वेस्ट प्रबंधन, वाहन प्रदूषण नियंत्रण, प्लास्टिक मुक्त अभियान, कूड़ा प्रबंधन, बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण और सीवेज ट्रीटमेंट पर कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध और ग्राम पंचायत स्तर पर कूड़ा पृथकीकरण के लिए योजनाएं बनाने पर जोर दिया।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग 1 करोड़ पौधे तैयार किए गए हैं, जिसमें कृषि फॉरेस्ट्री के तहत सागौन, नीम, जामुन जैसे पौधों का रोपण किया जाएगा। अधिकारियों को ग्राम पंचायत स्तर पर जागरूकता बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में जिलाधिकारी, एसपी, सीडीओ, वन अधिकारी, अन्य जिला अधिकारी व अधिकारियों ने भाग लिया। अंत में डॉ. अफरोज को स्मृति चिन्ह और रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया गया।
