जौनपुर, 3 मई 2025: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में रेलवे ट्रैक पर टिन का ड्रम रखकर ट्रेन को पलटाने की साजिश रचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बक्शा थाना क्षेत्र के औंका गांव के पास हुई इस घटना में ड्राइवर की सूझबूझ और पुलिस की तत्परता से एक बड़ा रेल हादसा टल गया। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों, अफजल उर्फ सोनू और उनके साथी अफजल को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या थी साजिश?
जावेद अहमद की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों आरोपियों ने रील बनाने के चक्कर में यह खतरनाक कदम उठाया। शुक्रवार, 2 मई 2025 की रात को, उन्होंने एक घर से टिन का ड्रम चुराया और उसे औंका गांव के पास रेलवे ट्रैक पर रख दिया। उनका मकसद इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करना था। उसी समय ट्रैक पर एक मालगाड़ी आई, जो ड्रम से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ड्रम के परखच्चे उड़ गए, लेकिन ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन रोककर स्थिति को संभाल लिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस टक्कर के कारण मालगाड़ी करीब आधा घंटा तक रुकी रही।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही बक्शा थाना पुलिस और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच शुरू की और दोनों आरोपियों को ड्रम के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम में राकेश कुमार राय, आदर्श कुमार सिंह, सतेंद्र कुमार, राधेश्याम मीना और RPF-CIB के फूलचंद्र यादव शामिल थे। आरोपियों के खिलाफ चोरी और रेलवे ट्रैक पर हादसा कराने की साजिश के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं।
सोशल मीडिया पर चर्चा
X पर@vikrantkumar ने इस घटना को साझा करते हुए लिखा, “अफजल अली और उनके साथी ने रेलवे ट्रैक पर ड्रम रखकर ट्रेन पलटाने की कोशिश की। सौभाग्य से मालगाड़ी थी, बड़ा हादसा टल गया।” इस पोस्ट ने घटना की गंभीरता को उजागर किया और लोगों में रेल सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
पिछले कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर, लोहे की रॉड, और लकड़ी के टुकड़े जैसी वस्तुएं रखकर ट्रेन पलटाने की कोशिशें सामने आई हैं। उदाहरण के लिए, फर्रुखाबाद में अगस्त 2024 में दो आरोपियों ने नशे में लकड़ी का बोटा ट्रैक पर रखा था, जिसे ड्राइवर की सतर्कता ने नाकाम कर दिया। इसी तरह, कानपुर में सितंबर 2024 में गैस सिलेंडर रखकर साबरमती एक्सप्रेस को निशाना बनाने की कोशिश हुई थी। ये घटनाएं रेलवे सुरक्षा पर सवाल उठा रही हैं।
रेलवे और पुलिस की सतर्कता
रेलवे और पुलिस ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी बढ़ा दी है। गृह मंत्रालय, NIA, CBI, और रेलवे पुलिस संयुक्त रूप से इन मामलों की जांच कर रही हैं, लेकिन अभी तक ऐसी साजिशों के पीछे कोई बड़ी संगठित साजिश पकड़ में नहीं आई है। जौनपुर की इस घटना ने एक बार फिर रेलवे ट्रैक की सुरक्षा और सतर्कता की जरूरत को रेखांकित किया है।
नागरिकों से अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे रेलवे ट्रैक के आसपास किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें। साथ ही, सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए खतरनाक हरकतों से बचने की सलाह दी गई है।
यह घटना न केवल रेलवे सुरक्षा के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सोशल मीडिया की लोकप्रियता के लिए लोग कितने खतरनाक कदम उठा सकते हैं। ड्राइवर की सतर्कता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने जौनपुर में एक संभावित त्रासदी को रोक दिया।

Author: Hind Lekhni News
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