

गोंडा, 23 सितम्बर 2025।विकास खंड कर्नलगंज के ग्राम पंचायत बसेरिया में आगामी पंचायत चुनाव से पहले मतदाता सूची को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। ग्रामीणों ने बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर अनियमितताएँ की गई हैं। इस संबंध में ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी कर्नलगंज, जिलाधिकारी गोंडा, मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल गोंडा, चुनाव आयोग एवं बीएलओ सुपरवाइजर को पत्र सौंपकर तत्काल जांच और सुधार की मांग की है।
मृतकों और बाहरी लोगों के नाम सूची में शामिल।
ग्रामवासियों ने आरोप लगाया है कि बीएलओ द्वारा तैयार की गई मतदाता सूची में मृतकों, डबल व्यक्तियों और अपात्र मतदाताओं के नाम जोड़ दिए गए हैं। शिकायतकर्ताओं के अनुसार, अमेठी निवासी रामशंकर पुत्र देवशरण का नाम भी सूची में शामिल कर दिया गया है, जबकि वे ग्राम पंचायत बसेरिया के निवासी नहीं हैं। इसके अलावा मोहम्मदपुर गड़वार ग्रामसभा के 17 वोटरों के नाम भी मतदाता सूची में पाए गए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि शादीशुदा लड़कियों के नाम, मृत व्यक्तियों के नाम और डबल व्यक्तियों के नाम मिलाकर कुल 181 लोगों के नाम अभी भी सूची में शामिल हैं, जबकि इन्हें हटाने की शिकायत कई बार की जा चुकी है। इतना ही नहीं, मृतक व्यक्तियों के 174 नाम भी अब तक सूची से नहीं काटे गए हैं।
शिकायतकर्ताओं ने लगाए गंभीर आरोप।
ग्राम पंचायत के ग्रामीण अशोक कुमार सिंह, राम दिवाकर, रामकुशल, राम लोचन तिवारी, अशोक कुमार तिवारी, कृष्ण कुमार तिवारी, अमित सिंह सहित अन्य लोगों ने सामूहिक रूप से शिकायत पत्र सौंपकर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने कहा कि वर्तमान ग्राम प्रधान के प्रभाव में बीएलओ द्वारा सूची में हेरफेर की जा रही है।
शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी शिकायत पर जब जांच कराई गई, तो जांच अधिकारी भी बीएलओ के इशारे पर ही काम करते दिखे। ग्रामीणों के मुताबिक जांच अधिकारी सर्वे के नाम पर बीएलओ के परिवारजनों के साथ गांव में पहुंचे, लेकिन खुद बीएलओ मौजूद नहीं थीं। इसके बावजूद अधिकारियों ने कोई संज्ञान नहीं लिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जांच एक ही व्यक्ति के दरवाजे पर बैठकर पूरी कर दी गई और पूरे गांव का भ्रमण तक नहीं किया गया। इस कथित पक्षपातपूर्ण जांच का वीडियो सबूत शिकायतकर्ताओं के पास मौजूद है।
बीएलओ का पक्ष
वहीं, इस मामले में जब बीएलओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी मतदाता सूची का सर्वे कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ नामों को काटा जा चुका है और आगामी 30 सितम्बर तक अंतिम सूची तैयार करके सौंप दी जाएगी।
ग्रामीणों ने दी चेतावनी
ग्रामवासियों का कहना है कि यदि प्रशासन ने इस मामले में पारदर्शी कार्रवाई नहीं की, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को विवश होंगे। उनका कहना है कि पंचायत चुनाव लोकतांत्रिक व्यवस्था की सबसे बुनियादी इकाई है और यदि यहां भी अनियमितताएँ होंगी, तो जनता का विश्वास चुनाव प्रक्रिया से उठ जाएगा।
प्रशासन पर दबाव
लगातार बढ़ती शिकायतों और ग्रामीणों के आक्रोश के बीच अब प्रशासन पर निष्पक्ष जांच कराने का दबाव बढ़ गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि उच्च स्तरीय जांच कर सभी अपात्र नामों को तत्काल सूची से हटाया जाए और वास्तविक पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े जाएँ, ताकि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी हो सकें।

Author: HIND LEKHNI NEWS
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