गोंडा।
उत्तर प्रदेश सरकार जहां भू-माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई के सख्त निर्देश जारी कर रही है, वहीं ज़मीनी स्तर पर इन निर्देशों की खुलेआम अवहेलना होती दिखाई दे रही है। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला थाना कटरा बाजार क्षेत्र के ग्राम जनवारपुर झाली, मौजा पूरे बहोरी से सामने आया है, जहां एक अनपढ़ व्यक्ति की ज़मीन और मकान को फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए बैनामा करवा लिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दयाराम पुत्र जानकी को विपक्षीगणों ने केवाईसी अपडेट करवाने के बहाने तहसील कर्नलगंज ले जाकर धोखे से एक ऐसा दस्तावेज़ हस्ताक्षर करवा लिया, जो दरअसल उसकी जमीन और पक्के मकान का बैनामा था। इस कथित बैनामे में गवाह भी विपक्षियों के ही रिश्तेदार थे, जिससे पूरे षड्यंत्र की पुष्टि होती है।
पीड़ित दयाराम का कहना है कि उसे पढ़ना-लिखना नहीं आता और इस कमजोरी का फायदा उठाकर उसके साथ छल किया गया। जब उसे असली बात पता चली, तो मानो उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। विरोध करने पर उसे गाली-गलौज और धमकियों का सामना करना पड़ा।
थकहार कर पीड़ित ने गाँव के लोगों – दया राम, यमुना प्रसाद, राजा राम, संत प्रकाश, रामप्रसाद, शिवराम, लवकुश, देवी प्रसाद, अमर सिंह और सतीश मिश्रा आदि – के साथ मिलकर जिलाधिकारी गोंडा को एक शिकायती पत्र सौंपा और मामले में त्वरित न्याय की गुहार लगाई।
इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर ये सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर भू-माफियाओं के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं, और प्रशासन की नज़र से ऐसे मामले कैसे बच निकलते हैं।
