समय से पहले शराब बिक्री, बिचौलिया बना ठेकेदार का दूत

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“ओके मॉडल” का नया अध्याय — शिकायत करने वालों को पहले सूचना, फिर औपचारिक जांच!

कर्नलगंज में आबकारी निरीक्षक की कार्यशैली पर फिर उठे सवाल — अंग्रेजी कंपोजिट दुकान बरबटपुर पर समय से पहले शराब बिक्री का वीडियो वायरल 

कर्नलगंज (गोंडा):आबकारी विभाग के क्षेत्र 4 में भ्रष्टाचार और मिलीभगत की कहानी अब किसी से छिपी नहीं रही। “ओके मॉडल” के नाम से चर्चित आबकारी निरीक्षक एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार मामला कर्नलगंज क्षेत्र के बरबटपुर स्थित अंग्रेजी कंपोजिट दुकान का है, जहां सुबह पौने 10 बजे खुलेआम शराब की बिक्री होती कैमरे में कैद हुई। यह न केवल आबकारी नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करता है कि आखिर विभागीय निरीक्षक की भूमिका क्या है — कानून लागू कराना या उल्लंघन को ‘ओके’ बताना?

❗समय से पहले शराब बिक्री, बिचौलिया बना ठेकेदार का दूत

शनिवार सुबह लगभग 9:45 बजे, कुछ लोगों ने बरबटपुर स्थित अंग्रेजी कंपोजिट शराब दुकान के पास से शराब खरीदी। गवाहों और वीडियो फुटेज के अनुसार, ठेके के पास मौजूद एक व्यक्ति — जो दुकान के बिचौलिये के रूप में काम करता है — ग्राहकों से बोला, “क्या लेना है?” जब उसे बताया गया कि “8PM की एक फ्रूटी चाहिए,” तो उसने कहा, “रुकिए, मैं लेकर आता हूं।” कुछ ही मिनटों बाद वह सीधे ठेके की ओर गया और वहीं से एक फ्रूटी लेकर लौटा।

जब उससे पूछा गया कि दुकान तो बंद थी, तो उसने कैमरे के सामने खुलेआम कहा कि “दुकान खुलवाकर लाया हूं।” यह बयान अब पूरे मामले की सच्चाई बयान कर रहा है — कि नियम सिर्फ कागज़ों तक सीमित हैं और ज़मीन पर उनका कोई असर नहीं।

आबकारी निरीक्षक की ‘जांच प्रक्रिया’ बनी मज़ाक।

इस वीडियो की जानकारी जब “हिंद लेखनी न्यूज़” ने आबकारी निरीक्षक, क्षेत्र 4 को दी, तो उनका जवाब था — “जांच करवा रहा हूं।”

लेकिन कुछ ही मिनटों बाद, उसी दुकान के ठेकेदार का फोन पत्रकार के मोबाइल पर आने लगा!
सवाल यह उठा कि ठेकेदार को पत्रकार का नंबर और शिकायत की जानकारी किसने दी? जब यह सवाल निरीक्षक से पूछा गया, तो उन्होंने साफ कहा — “ये मेरा काम है, जो मैं कर रहा हूं, और जो आपका काम है, वो आप करिए।”

जब आगे पूछा गया कि “जब आपने पहले ही ठेकेदार को बता दिया, तो जांच निष्पक्ष कैसे होगी?”
तो निरीक्षक ने फोन काट दिया।

यह घटना न केवल निरीक्षक की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि शिकायतों पर कार्रवाई करने के बजाय शिकायतकर्ता की जानकारी ही ठेकेदार तक पहुंचा दी जाती है।

जिला आबकारी अधिकारी ने माना गलती — कहा होगी कार्रवाई।

जब इस पूरे प्रकरण की जानकारी जिला आबकारी अधिकारी, गोंडा को दी गई, तो उन्होंने साफ कहा — “निरीक्षक ने गलत किया है। उससे जानकारी ली जाएगी और कार्यवाही की जाएगी।”

हालांकि, अब तक कोई आधिकारिक कार्रवाई नहीं हुई है। क्षेत्र में लोगों का कहना है कि “यह पहला मामला नहीं है।” पहले भी सकरौरा देशी मदिरा की दुकान पर इसी तरह की शिकायतें हुई थीं, जिनका जवाब सिर्फ “OK” शब्द से दिया गया था।

OK मॉडल’ — शिकायत पर कार्रवाई नहीं, ठेकेदार को सूचना

कर्नलगंज क्षेत्र में अब लोग आबकारी विभाग की इस नई प्रणाली को तंज में “OK मॉडल” कह रहे हैं — “पहले शिकायत करो, फिर जवाब मिलेगा OK… और फिर ठेकेदार को फोन चला जाएगा!”

यह मॉडल अब मज़ाक नहीं, बल्कि जनता की निराशा का प्रतीक बन गया है।जहां शासन अवैध शराब बिक्री रोकने के आदेश दे रहा है, वहीं निरीक्षक “जांच” के नाम पर ठेकेदारों को चेतावनी देकर बचा रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों का गुस्सा — “ये जांच नहीं, संरक्षण है”

बरबटपुर और आसपास के लोगों ने कहा कि यह साफ तौर पर संरक्षण का मामला है।“जब सुबह 10 बजे से पहले शराब बिक रही है, तो अधिकारी कहाँ हैं?”
लोगों का कहना है कि “जब शिकायत पर कार्रवाई की जगह ठेकेदार को फोन जाता है, तो इससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है?”

सवाल यह है कि क्या अब भी विभाग शिकायतों पर “OK” लिखकर चुप बैठेगा,
या अब “OK मॉडल” को खत्म कर “एक्शन मॉडल” अपनाएगा?

 मुख्य बिंदु एक नज़र में:

➡️सुबह 9:45 बजे बरबटपुर शराब ठेके से खुलेआम बिक्री का वीडियो वायरल

➡️आबकारी निरीक्षक ने कहा — “जांच करवा रहा हूं”, फिर ठेकेदार को खबर

➡️ठेकेदार ने पत्रकार को फोन कर वीडियो मांगने की कोशिश की

➡️जिला आबकारी अधिकारी ने माना गलती, बोले — “कार्यवाही होगी”

➡️लोगों ने कहा — “शिकायत पर जवाब नहीं, ठेकेदार को सूचना — यही है ओके मॉडल”

✍️ रिपोर्ट: हिंद लेखनी न्यूज़ | करनैलगंज, गोंडा
तिथि: 19 अक्टूबर, 2025

HIND LEKHNI NEWS
Author: HIND LEKHNI NEWS

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