
“पत्रकारों को डराकर नहीं दबाया जा सकता सच – सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता का बड़ा बयान”
“अब नहीं थमेगी सच्चाई की कलम – फर्जी मुकदमों पर कानूनी मोर्चा तैयार”
नई दिल्ली। पत्रकारों पर हो रहे फर्जी मुकदमों और बढ़ते दबाव के खिलाफ आवाज़ बुलंद करते हुए स्वतंत्र प्रभात अखबार के संपादक राजीव शुक्ला ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. ए.पी. सिंह से मुलाकात की।बैठक में पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न, लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसे अहम मुद्दों पर गंभीर चर्चा हुई। इस दौरान राजीव शुक्ला ने कहा कि आज के दौर में निष्पक्ष पत्रकारिता करना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है। सच लिखने वाले पत्रकारों को राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है और उन पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यह प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है।सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता डॉ. ए.पी. सिंह ने इस मसले को गंभीर मानते हुए पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए कानूनी स्तर पर ठोस पहल का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि “पत्रकार लोकतंत्र की रीढ़ हैं, उन्हें डराकर दबाना संविधान की आत्मा के खिलाफ है।”बैठक में पत्रकार सुरक्षा कानून, फर्जी मुकदमों पर रोक, कानूनी सहायता और विशेष सुरक्षा तंत्र तैयार करने जैसे बिंदुओं पर गहन विमर्श हुआ। साथ ही यह भी चर्चा हुई कि पत्रकारों को न्यायिक राहत दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में ठोस याचिकाएँ दायर की जाएं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर उच्चतम न्यायालय स्तर पर यह पहल होती है तो यह देशभर के पत्रकारों के लिए बड़ी राहत साबित होगी और मीडिया की स्वतंत्रता को नई दिशा मिलेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम भविष्य में पत्रकारों पर हो रहे अन्यायपूर्ण मुकदमों को रोकने के लिए एक नजीर बन सकता है।
यह मुलाकात पत्रकारिता की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल मानी जा रही है।

Author: Hind Lekhni News
"पत्रकारिता में सच्चाई लिखना जिम्मेदारी और साहस का काम है। जितनी खबरें, उतनी चुनौतियां और विरोधी भी बनते हैं, इसलिए सहिष्णुता, धैर्य और संतुलित सोच के साथ ही इस रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए" "मेरा अनुभव" अधिक न्यूज पढ़ने के लिए आज ही सर्च करें,(HIND LEKHNI NEWS)