
करनैलगंज (गोंडा), 21 जून 2025 – मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के खंड कार्यालय करनैलगंज में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर विकास गोस्वामी पर गंभीर भ्रष्टाचार, विभागीय नियमों की अनदेखी और सरकारी आईडी के दुरुपयोग जैसे आरोप लगे हैं। यह मामला अब सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर भी तेज़ी से वायरल हो रहा है।
प्राप्त शिकायती पत्र के अनुसार, विकास गोस्वामी विगत 8 वर्षों से करनैलगंज में ही तैनात हैं, जबकि नियमानुसार संविदा कर्मी को अपनी मूल तहसील में कार्य नहीं करना चाहिए। शिकायतकर्ता रमाकांत, जो स्वयं एक समाजसेवी हैं, ने आरोप लगाया कि विकाश गोस्वामी ने अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी वर्क ऑर्डर और सप्लाई ऑर्डर के माध्यम से भुगतान करवा कर मोटी रकम कमीशन में बांटी है। उन्होंने “कृष्णा कंस्ट्रक्शन” नाम से निजी फर्म भी बना रखी है, जिससे विभागीय वाहन आपूर्ति का अनुबंध भी कराया गया है, जो नियमों के विरुद्ध है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि विकाश गोस्वामी पर तत्कालीन अधिशासी अभियंता की विभागीय आईडी को चोरी से लॉगिन कर सैकड़ों उपभोक्ताओं के बिजली बिलों को घटाने का आरोप भी है। 26, 28 और 29 दिसंबर 2024 को की गई लॉगिन प्रविष्टियों से संबंधित खाता संख्या की सूची भी शिकायत के साथ संलग्न की गई है।
इस प्रकरण की पहले भी 7 मई 2025 को मुख्य अभियंता देवीपाटन क्षेत्र को शिकायत दी गई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि इस उदासीनता से विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार की छवि को भारी नुकसान हो रहा है।
रमाकांत ने प्रबंध निदेशक से मांग की है कि विकास गोस्वामी की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाएं और उनके विरुद्ध विभागीय जांच कराकर राजस्व हानि की वसूली की जाए।
संवाददाता – हिंद लेखनी न्यूज़
