विषैले साँपों की बढ़ती संख्या से ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत, ग्रामीणों ने स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की मांग की

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कर्नलगंज गोण्डा : जनपद की तहसील करनैलगंज के अंतर्गत आने वाले कई गाँवों में इन दिनों विषैले साँपों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। खेतों में कार्य करने वाले ग्रामीण किसान विशेष रूप से डरे हुए हैं, क्योंकि खेत में काम करते समय कब कोई साँप डंस ले, यह कहा नहीं जा सकता।

बहुवन मदार माझा, रेकसडिया माझा, पुरे अंगद, पुरे अजब, चरसड़ी माझा जैसे गाँवों में साँपों की विषैली प्रजातियाँ आए दिन देखी जा रही हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि साँप अब सिर्फ खेतों तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि कई बार यह घरों में घुसकर बिस्तरों तक पहुँच जाते हैं। कई मामलों में लोगों को साँपों ने डंसा है, और समय पर इलाज न मिलने से कुछ लोगों की मौत भी हो चुकी है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, साँप काटने के बाद 40 मिनट के भीतर इलाज शुरू होना आवश्यक होता है, लेकिन गोंडा जिला अस्पताल की इन इलाकों से दूरी करीब 47 किलोमीटर है। वहीं बहुवन क्षेत्र से नजदीकी परसपुर की दूरी भी 17 किलोमीटर है, जहाँ तक पहुँचने में भी ग्रामीणों को 40 मिनट से अधिक का समय लग जाता है।

ग्रामीण किसानों ने केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय से मांग की है कि गोंडा जनपद के प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्र में 24 घंटे संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की जाए, जहाँ एंटी-वेनम इंजेक्शन सहित प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध हो। उनका कहना है कि आज के समय में हर व्यक्ति का जीवन अनमोल है, उसके पीछे एक परिवार, माता-पिता और बहनों की आशा जुड़ी होती है।

यह मांग न केवल समय की आवश्यकता है, बल्कि ग्रामीण जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होगी।

 

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