गोंडा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की जिला समीक्षा योजना बैठक विकासखंड बेलसर के सभागार में संपन्न हुई। कार्यक्रम की शुरुआत परिषद गीत से हुई, जिसमें संगठन के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मयंक ने परिषद के इतिहास और मूल्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी परिषद की स्थापना 9 जुलाई 1949 को संघ कार्यकर्ता बलराज मधोक जी के नेतृत्व में की गई थी। संगठन का मूलमंत्र है – ज्ञान, शील और एकता, परिषद की विशेषता। उन्होंने कहा कि ABVP विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जो छात्र शक्ति के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
विभाग संगठन मंत्री अजय प्रताप शुक्ला ने कहा कि छात्र केवल भविष्य के नागरिक नहीं, बल्कि आज के भी जिम्मेदार नागरिक हैं। विद्यार्थी परिषद शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन के लिए सतत संघर्ष कर रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को देश के गौरवशाली इतिहास का ज्ञान होना चाहिए और उन्हें “देश हमें देता है सब कुछ, हम भी कुछ देना सीखें” की भावना के साथ कार्य करना चाहिए।
समीक्षा बैठक में नंदिनी नगर के जिला संगठन मंत्री हरिओम शर्मा ने आगामी सत्र के लिए सदस्यता लक्ष्य, नगर इकाइयों के गठन और वार्षिक कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
बैठक में जिला प्रमुख डॉ. पंकज श्रीवास्तव, तहसील संयोजक अविनाश तिवारी सहित कई अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
बेलसर नगर इकाई के अध्यक्ष अशोक कुमार ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर अमन सिंह, अनुराग शुक्ला, सुधांशु शुक्ला, अभय वर्मा, विनय शुक्ला, दुर्गेश, सत्यम सोनी, गौरव, सत्यम तिवारी सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
