बहराइच। विकास खंड तेजवापुर में मनरेगा के तहत कार्य करने वाले मजदूरों को पिछले तीन महीनों से भुगतान नहीं मिला है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बदतर हो गई है। होली जैसे बड़े त्योहार पर भी उनके घरों में मायूसी छाई हुई है।
तीन महीने से नहीं मिला मजदूरी का पैसा
तेजवापुर ब्लॉक के कई ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत कराए गए कार्यों का भुगतान अभी तक मजदूरों को नहीं मिला है। मजदूरी के पैसे के बिना उनके घरों में होली की खुशियां फीकी पड़ गई हैं। कई मजदूरों का कहना है कि उनके पास खाने-पीने तक के लिए पैसे नहीं हैं, ऐसे में वे होली कैसे मनाएं?
रोजगार सेवकों को भी नहीं मिला वेतन
न केवल मजदूर, बल्कि रोजगार सेवकों को भी छह महीने से वेतन नहीं मिला है। ब्लॉक में तैनात रोजगार सेवकों, कंप्यूटर सहायकों और एपीओ ने इस संबंध में 10 मार्च 2025 को खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द भुगतान की मांग की।
शासन को भेजा गया पत्र
इस मामले में डीसी मनरेगा से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि मजदूरों के भुगतान को लेकर शासन को पत्र भेजा गया है। लेकिन मजदूरों और रोजगार सेवकों का कहना है कि हर बार सिर्फ आश्वासन मिलता है, लेकिन कार्रवाई नहीं होती।
गरीबों की होली पर संकट
मनरेगा मजदूरी पर निर्भर हजारों परिवारों के लिए यह समय बेहद कठिन है। मजदूरी के पैसों के बिना त्योहार मनाना मुश्किल हो गया है। अब सवाल यह है कि शासन कब तक इस गंभीर समस्या का समाधान करेगा और गरीब मजदूरों को उनका हक कब मिलेगा?
