


करनैलगंज (गोंडा), 4 जून 2025 —
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर करनैलगंज का ऐतिहासिक सरयूघाट एक बार फिर एक प्रेरणादायक मिशाल बनने जा रहा है। दिनांक 5 जून 2025 को एक दिवसीय भव्य कार्यक्रम की श्रृंखला आयोजित की जा रही है, जिसमें सरयू नदी की स्वच्छता, सांस्कृतिक चेतना, आध्यात्मिक आस्था और जन-जागरूकता का समागम देखने को मिलेगा।
प्रातः 7:00 बजे से सरयू नदी स्वच्छता अभियान की शुरुआत की जाएगी, जिसमें स्थानीय नागरिकों, युवाओं, सामाजिक संगठनों, विद्यालयों, एनएसएस, एनसीसी, नगर पालिका एवं प्रशासनिक अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी अपेक्षित है। स्वच्छता अभियान का उद्देश्य न केवल पवित्र सरयू नदी को प्रदूषणमुक्त बनाना है, बल्कि आम जनमानस में जल संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना भी है।
इसके उपरांत नगर में प्रभात फेरी निकाली जाएगी, जिसमें स्कूली बच्चे, शिक्षकगण, समाजसेवी, युवा कार्यकर्ता तथा गणमान्य नागरिकों की भागीदारी होगी। यह प्रभात फेरी पर्यावरण संरक्षण से संबंधित नारों और संदेशों के माध्यम से नगरवासियों को सजग बनाएगी।
शाम 6:30 बजे से सरयू घाट पर भजन संध्या एवं सरयू आरती का आयोजन होगा। आरती के दौरान दीप प्रज्वलन, पारंपरिक वाद्ययंत्रों की मधुर ध्वनि और पवित्र सरयू तट की दिव्यता वातावरण को संगीतमय एवं आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण कर देगी। इस भजन संध्या में स्थानीय भजन मंडलियों के अलावा क्षेत्रीय सांस्कृतिक कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से लोगों को भावविभोर करेंगे।
आयोजकों की अपील:
कार्यक्रम के संयोजकों एवं सामाजिक संगठनों ने नगरवासियों, युवाओं, महिलाओं, छात्र-छात्राओं तथा प्रत्येक पर्यावरण प्रेमी से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस पवित्र सरयू घाट को स्वच्छ, निर्मल एवं भक्तिमय बनाने में अपना योगदान दें।
पर्यावरण संरक्षण एक दिन का नहीं, जीवन भर का संकल्प है।
इस दिवस का उद्देश्य केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि हमारे पर्यावरण के प्रति दायित्व की पुनः स्मृति और क्रियान्वयन है। करनैलगंज की यह पहल निश्चित रूप से प्रदेश और देश के लिए एक प्रेरक उदाहरण बनेगी।
हिंद लेखनी न्यूज़ इस अवसर पर आप सभी से अपील करता है—”आइए, मिलकर सरयू को नमन करें और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें।”
