


“अहिल्याबाई होलकर देश की सांस्कृतिक धरोहर की प्रतीक”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से अब तक प्रधानमंत्री मोदी ही पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने महिलाओं को हर मोर्चे पर आगे बढ़ाने का साहसिक काम किया है। उन्होंने न केवल महिलाओं को समाज में बराबरी का दर्जा दिलाया बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक फैसले भी लिए।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट के माध्यम से यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि आज देश की महिलाएं सेना से लेकर अंतरिक्ष तक, विज्ञान से लेकर प्रशासन तक, हर क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा रही हैं। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति और महिला सशक्तिकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का परिणाम है।
ब्रजेश पाठक ने पूर्ववर्ती सरकारों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पहले की सरकारों का कार्यकाल केवल परिवार और वंशवाद तक सीमित रहा। देश की जनता और विशेष रूप से महिलाओं की आकांक्षाओं की कभी कद्र नहीं की गई। लेकिन मोदी सरकार ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, उज्ज्वला योजना, मातृत्व वंदना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना जैसी अनेकों योजनाओं के माध्यम से महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य किया।
डिप्टी सीएम ने इतिहास की महान नारी, अहिल्याबाई होलकर जी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें महिला नेतृत्व का आदर्श उदाहरण बताया। उन्होंने कहा, “अहिल्याबाई होलकर ने न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा की, बल्कि जनकल्याण के कार्यों में भी वह अग्रणी रहीं।”
उन्होंने बताया कि अहिल्याबाई होलकर ने काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर का मूल स्वरूप स्थापित किया और काशी से पश्चिम बंगाल तक पक्का मार्ग बनवाया, जिससे तीर्थयात्रियों और आम जनता को सुविधा मिली। खास बात यह रही कि उन्होंने कभी जनता पर कर का बोझ नहीं डाला। उनकी नीतियां और कार्यशैली आज भी शासन और प्रशासन के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
ब्रजेश पाठक ने यह भी कहा कि देश को अपनी सांस्कृतिक धरोहरों और ऐतिहासिक नारी शक्तियों पर गर्व होना चाहिए। अहिल्याबाई होलकर जैसे उदाहरणों को स्कूलों और विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाना चाहिए ताकि नई पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले सके।
डिप्टी सीएम का यह बयान ऐसे समय आया है जब केंद्र और राज्य सरकारें महिला सशक्तिकरण को लेकर व्यापक योजनाएं चला रही हैं। ऐसे में ब्रजेश पाठक का यह वक्तव्य न केवल इतिहास की महान नारियों को सम्मान देने का कार्य करता है, बल्कि वर्तमान की महिलाओं को भी आत्मविश्वास और प्रेरणा देता है।
