बलरामपुर : बलरामपुर जिले के तुलसीपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएससी) में लाखों रुपये की एक्सपायरी दवाइयों और खराब मेडिकल उपकरणों का खुलासा होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। जानकारी के मुताबिक, यह दवाइयां और उपकरण करीब दो साल से बंद पड़े एक आवास में पाए गए। यह आवास चिकित्सकों के रहने के लिए आवंटित था, लेकिन लंबे समय से खाली पड़ा था।
कैसे हुआ खुलासा?
मामला तब सामने आया जब उच्च अधिकारियों से बातचीत के बाद इस आवास का ताला तोड़ा गया। ताले को तोड़ने पर वहां भारी मात्रा में खराब दवाइयां और लाखों के बेकार पड़े मेडिकल उपकरण मिले। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक विकल्प मिश्रा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
कड़ी कार्रवाई के निर्देश
अधीक्षक विकल्प मिश्रा ने कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर उन लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने इन दवाइयों का सही तरीके से उपयोग नहीं किया और उन्हें छिपाकर रखा। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।
स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा सवाल
तुलसीपुर के इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयों के इस तरह बर्बाद होने से क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। एक ओर जहां आम जनता को जरूरी दवाइयों की कमी का सामना करना पड़ता है, वहीं दूसरी ओर इतनी बड़ी मात्रा में दवाइयों का खराब होना विभागीय लापरवाही को दर्शाता है।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
यह खबर सोशल मीडिया पर सामने आते ही तेजी से वायरल हो गई। लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए इस घटना की गहन जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
बलरामपुर जिले के तुलसीपुर सीएससी में हुए इस खुलासे ने स्वास्थ्य विभाग में सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है। अब देखना यह होगा कि जांच के बाद दोषियों पर कब और कैसी कार्रवाई होती है।
Author: Pawandev Singh
पत्रकार बनना आसान है लेकिन खबर लिखने पर उतने ही दुश्मन होंगे जितनी खबर, मेरा अनुभव 9455747212