कटरा घाट पर 4 नवंबर को भव्य महाआरती का आयोजन, क्षेत्रीय विद्यालयों और स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र।
गोंडा जिले के कर्नलगंज क्षेत्र में सरयू तट पर 4 नवंबर को एक भव्य महाआरती का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में न केवल स्थानीय नागरिकों, बल्कि क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी आमंत्रित किया गया है, जो इस सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन को और भी रंगीन बनाएंगे। वन विभाग गोंडा के तत्वाधान में गंगा उत्सव के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नलगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजय सिंह होंगे। यह जानकारी वन दरोगा अशोक कुमार पांडेय ने दी है।
सरकार के मंशानुरूप धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन
वन दरोगा अशोक कुमार पांडेय ने बताया कि सरकार के मंशानुरूप, गोंडा जनपद के विकासखंड कर्नलगंज के कटरा घाट पर इस महाआरती का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम सांय 3 बजे से शुरू होकर 6 बजे तक चलेगा। इस महाआरती में भजन-कीर्तन प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, और कई अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जो बच्चों और स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा को उजागर करेंगे। इस प्रकार का आयोजन न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ावा देगा, बल्कि जनमानस में एकता और संस्कृति के प्रति आस्था को भी मजबूत करेगा।
विद्यार्थियों और नागरिकों के लिए विशेष आकर्षण
इस महाआरती के दौरान रंगोली प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे। इस प्रतियोगिता में क्षेत्रीय स्कूलों के बच्चे हिस्सा लेंगे और अपनी कला के माध्यम से विविध रंगों से मां सरयू को नमन करेंगे। इसके साथ ही, भजन-कीर्तन के माध्यम से वातावरण में आध्यात्मिकता का संचार होगा, जो पूरे क्षेत्र को एक अलग ऊर्जा से भर देगा।
विधायक और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में होगा कार्यक्रम का आयोजन
कटरा घाट पर होने वाले इस भव्य आयोजन में कर्नलगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजय सिंह सहित जिले और तहसील के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। उनकी उपस्थिति इस आयोजन को और भी महत्वपूर्ण बना देगी और जनता के बीच आस्था और समर्पण का संदेश पहुंचाएगी। इस आयोजन के माध्यम से क्षेत्र के लोग अपने जीवन में शांति, आस्था और संस्कृति की समृद्धि को महसूस कर सकेंगे।
वन विभाग की जनता से अपील
वन दरोगा अशोक कुमार पांडेय ने क्षेत्र की जनता से इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक महत्त्व रखता है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और परंपरा को भी सहेजने का एक अवसर है। क्षेत्र के लोग मां सरयू की इस महाआरती में शामिल होकर अपनी आस्था प्रकट कर सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए संस्कृति का यह संदेश प्रसारित कर सकते हैं।
महाआरती का उद्देश्य
इस महाआरती का मुख्य उद्देश्य नदियों के प्रति आस्था को जागरूक करना और समाज को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना है। सरयू नदी की महत्ता को समझाते हुए यह आयोजन क्षेत्रीय निवासियों को नदी की स्वच्छता, संरक्षण और धार्मिक महत्व से भी अवगत कराएगा।
Author: Pawandev Singh
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