गोंडा, 7 अक्टूबर: गोंडा जिले के तरबगंज थाना क्षेत्र के बेलसर गांव में सोमवार की दोपहर एक बंद पड़े मकान में अवैध रूप से पटाखा बनाने के दौरान भयानक विस्फोट हो गया। इस विस्फोट ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया और इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। मकान की दीवारें ध्वस्त हो गईं और घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।
विस्फोट से मची अफरा-तफरी, मकान ध्वस्त
विस्फोट इतना जोरदार था कि मकान की दीवारें गिर गईं और आस-पास के लोग भयभीत होकर घटनास्थल की ओर दौड़े। विस्फोट के बाद का दृश्य वीभत्स था। मौके पर पहुंचे लोगों ने बताया कि घायलों के शरीर के अंग कटकर अलग हो गए थे, और मकान का मलबा चारों तरफ फैला हुआ था। विस्फोट के कारण मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि धमाके की तीव्रता कितनी भयानक रही होगी।
दो की मौत, तीन गंभीर हालत में रेफर
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया कि घटना में घायल पांच लोगों को जिला अस्पताल लाया गया, जिनमें से 15 वर्षीय आकाश पुत्र अमरनाथ और 20 वर्षीय लालू पुत्र नक्कू की रास्ते में ही मौत हो गई। बाकी तीन घायलों – अयास पुत्र दोष मोहम्मद (20), कृष्ण कुमार पुत्र छबील (24), और इस्तिहाक पुत्र नक्कू (30) – की हालत नाजुक है। ये सभी 60 प्रतिशत से अधिक झुलस गए हैं और इन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने किया घटनास्थल का निरीक्षण।
विस्फोट की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल सहित स्थानीय पुलिस और उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और पाया कि बंद मकान में अवैध रूप से पटाखा बनाने का कार्य चल रहा था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस अवैध गतिविधि की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को तुरंत जिला अस्पताल भेजा, जहां दो की मौत हो गई और तीन का इलाज चल रहा है।
अवैध पटाखा निर्माण का कारोबार: सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
यह घटना एक बार फिर अवैध पटाखा निर्माण से जुड़े खतरों और प्रशासनिक लापरवाही की ओर इशारा करती है। ऐसे अवैध कारोबार न सिर्फ स्थानीय लोगों की जान को खतरे में डालते हैं, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बेलसर गांव के इस बंद मकान में लंबे समय से पटाखा बनाने का काम चल रहा था, लेकिन प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी।
जांच जारी, आरोपियों की तलाश
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच जारी है और अवैध पटाखा निर्माण से जुड़े लोगों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने मकान मालिक और इस घटना में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। इस हादसे ने पूरे गोंडा जिले को हिला कर रख दिया है और यह अवैध पटाखा निर्माण के खतरों को उजागर करता है। पुलिस और प्रशासन से इस मामले में कठोर कदम उठाने की मांग की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
Author: Pawandev Singh
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