गोंडा: परसपुर थाना क्षेत्र के अभईपुर गांव के मजरे मेहरबानपुरवा में 8 माह की मासूम सगुन की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में मासूम की मां जगमती को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 28 सितंबर की रात की है, जब मासूम सगुन रहस्यमय परिस्थितियों में बिस्तर से गायब हो गई थी। सोमवार, 30 सितंबर को सगुन का शव घर के पीछे बने सेफ्टी टैंक से बरामद हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि बच्ची की मौत पानी में डूबने से हुई थी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और 3 अक्टूबर को इस मामले में मासूम की मां जगमती को गिरफ्तार कर लिया। घटना 28/29 सितंबर की रात हुई थी, जब सगुन के लापता होने से गांव में हड़कंप मच गया। परिवार और गांववालों ने आशंका जताई कि शायद किसी जंगली जानवर ने बच्ची को उठा लिया होगा। पुलिस और वन विभाग की टीमें भी मासूम की तलाश में जुटीं, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 30 सितंबर को पुलिस ने घर के पीछे बने सेफ्टी टैंक से पानी निकलवाया, तो बच्ची का शव वहां से बरामद हुआ। पोस्टमार्टम से स्पष्ट हुआ कि उसकी मौत डूबने से हुई है।
जांच में जब परिवार के बयानों में विरोधाभास पाया गया, तो पुलिस ने बच्ची की मां जगमती से पूछताछ की। थानाध्यक्ष दिनेश सिंह की अगुवाई में कांस्टेबल अमित कन्नौजिया, कांस्टेबल धन्नू कुमार गौड़, और महिला कांस्टेबल आरती देवी की टीम ने मामले की जांच की। जांच में पाया गया कि जगमती ने ही अपनी बेटी की हत्या की है।
पुलिस ने 2 अक्टूबर को सीताराम गौतम की तहरीर पर मु0अ0सं0 400/24 धारा 103(1)/238 बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर जगमती को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान, जगमती ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि जगमती का पति माताफेर मुंबई में काम करता है और पिछले एक साल से दोनों के बीच विवाद चल रहा था। बेटी के जन्म के बाद भी माताफेर गांव नहीं आया था और फोन पर जगमती को ताने देता रहता था। घटना की रात भी फोन पर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद गुस्से में आकर जगमती ने अपनी 8 माह की बेटी की हत्या कर सेफ्टी टैंक में फेंक दिया और घरवालों से कहा कि बच्ची गायब हो गई है। पुलिस ने 3 अक्टूबर को जगमती को गिरफ्तार कर लिया और अब उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।